Dhara 498a in hindi. P. सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे मामलों में गिरफ्तारी हो या नहीं ये तय करने का अधिकार पुलिस को वापस भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की धारा 498A को 1983 में विवाहित महिलाओं के खिलाफ हो रही क्रूरता और उत्पीड़न को रोकने के लिए लागू किया गया था। इस प्रावधान का भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 493 से 498 ए, विवाह से संबंधित अपराधों से संबंधित है। संहिता की धारा 493 एक आदमी द्वारा विधिपूर्वक विवाह की आईपीसी की धारा 406 क्या होती है, धारा 406 में कितनी सजा होती है और इस आईपीसी सेक्शन में जमानत कैसे मिलती है (IPC Section 406 Bail & Punishment in Hindi)? IPC की धारा 498A -- किसी स्त्री के पति या पति के नातेदार द्वारा उसके प्रति क्रूरता करना - आईपीसी की धारा 498A के दुरुपयोग को लेकर ओडिशा हाईकोर्ट ने अहम टिप्पणी की है. आईपीसी की धारा 498a के कानून अनुसार यदि किसी महिला का पति या उसके पति का कोई भी रिश्तेदार उस महिला के साथ क्रूरता (मारपीट करना, परेशान करना) करता है या मानसिक रुप से व किसी भी अन्य प्रकार से परेशान करता है। उस व्यक्ति पर IPC 498a के तहत मुकदमा दर्ज (Court case) कर कार्यवाही की जाती है। इस धारा का See more किसी स्त्री के पति या पति के नातेदार द्वारा उसके प्रति क्रूरता करने पर धारा 498A के तहत सजा का प्रावधान किया गया है अधिकतम 3 वर्ष तक के 498a of ipc:- ‘भारतीय दंड सहिता में Section 498A ‘ सन 1983 के संशोधन अधिनियम द्वारा स्त्रियों के दहेज मृत्यु सम्बन्धी अपराधो से निपटने हेतु निर्मित की गयी । इस धारा का मुख्य उद्देश्य किसी महिला को उसके पति अथवा धारा 498A में क्रूरता किसी स्त्री को तंग करना या उससे संबंधित किसी व्यक्ति को किसी संपत्ति या मूल्यवान वस्तु के प्रति विधिविरुद्ध मांग पूरी करने के लिए प्रताड़ित करना अथवा मांग पूरी न होने पर प्रताड़ित किया जा रहा है, धारा 498 a आईपीसी ( 498 ipc in hindi)का किसी स्त्री के पति या पति के नाते द्वाराउसके साथ निर्दयता पूर्ण व्यवहार करना जो कोई किसी स्त्री का पतिया का भारत सरकार द्वारा महिलाओं के हित के लिए समय- समय पर नए कानून का निर्माण किया गया है, जिससे महिलाएं समाज में सम्मान और सामान अधिकार को प्राप्त करके अपना जीवन बेहतर बना सके | इन्हीं कानून में आईपीसी धारा 498A का निर्माण किया गया भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 498 (ए) एक पत्नी के अधिकारों को सुरक्षित करती है। यह धारा पति और उसके रिश्तेदारों को एक महिला के प्रति क्रूरता करने से रोकती है।. धारा 498A भारतीय दण्ड संहिता (IPC) में एक प्रावधान है जो पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा महिला के प्रति क्रूरता को नियंत्रित करता है। विशेष रूप से, यह दहेज़ के लिए क्रूरता या उत्पीड़न से संबंधित है। इस धारा का पूरा नाम है “धारा धारा 498A का उद्देश्य विवाहित महिलाओं को उनके पति या उनके पति के परिवार के सदस्यों द्वारा दुर्व्यवहार से बचाना है। जेल में अधिकतम तीन साल की सजा और 30 हजार रुपये भारतीय दंड संहिता की धारा 498 क्या है - कब लगती है? धारा 498 आईपीसी की अनिवार्यताएँ - किसी व्यक्ति को दोषी ठहराने के लिए आवश्यक तत्त्व ? आईपीसी की धारा 498 मामले में आपको वकील की आवश्यकता क्यों है? धारा 498 (ए) के अंतर्गत क्रूरता क्या होती है यह धारा क्रूरता को प्रतिषिद्ध करती है। इस धारा का उद्देश्य शादीशुदा औरतों को ससुराल में होने वाली पीड़ा से 498 A दहेज प्रताड़ना मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने बैलेंस बनाया है. C 498, Enticing or taking away or detaining with criminal intent a married woman, from the Indian Penal Code, by Advocate Raman Devgan सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार भारतीय दंड संहिता की धारा 498A और घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, सबसे अधिक दुरुपयोग किये जाने वाले कानूनों में शामिल हैं। IPC Section 1 in Hindi (Dhara 1): आईपीसी की धारा 1 (संहिता का नाम और उसके प्रवर्तन का विस्तार) से जुड़े, अपराध, दंड और जमानत के बारे में जानकारी प्राप्त करें, 1983 में भारतीय दंड संहिता में धारा 498 अ को जोड़ा गया। इसका उद्देश्य दहेज जैसी सामाजिक बुराई एवं ससुराल में होने वाले अत्याचारों से महिलाओं को संरक्षण धारा 498 ए के दुरुपयोग को लेकर जो प्रमुख तर्क दिये जा रहे हैं वे हैं- इन मामलों . हाईकोर्ट का कहना है कि कई बार महिलाएं पति और उसके परिवार पर दबाव बनाने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 498 (ए) एक पत्नी को पति और उसके रिश्तेदारों के विरुद्ध अधिकार देती है। यह धारा किसी भी ऐसी पीड़ित पत्नी को धारा 498A का विवरण भारतीय दंड संहिता की धारा 498A के अनुसार पति या पति के धारा 498A - दहेज हत्या के खतरे से निपटने के लिए इस धारा को आपराधिक इस संहिता में पेश किया गया है। इसके समर्थन में IPC धारा 498A के विवादों की विस्तृत चर्चा करेंगे किस जुर्म में कौन सी धारा लगती है? (सभी धाराओं की लिस्ट) 26/09/2022Rahul Singh Tanwar Kanuni Dhara List: भारत का एक संविधान है, जिसमें प्रत्येक नागरिकों को समान अधिकार दिए गए हैं 498A से कैसे बचे? झूठे दहेज़ मुक़दमो से कैसे बचे? जब हमने कोई दहेज़ माँगा ही नहीं तो पुलिस झूठा मुक़दमा कैसे दर्ज कर सकती है? 498A और दहेज़ सम्बन्धी कानून के यह लेख भारतीय दंड संहिता की धारा 498A के तहत क्रूरता साबित करने के लिए आवश्यक साक्ष्यों के प्रकारों की गणना करता है। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने माना कि पत्नी के खाना पकाने के कौशल पर टिप्पणी करना IPC की धारा 498A के तहत क्रूरता नहीं है। वैवाहिक विवाद से जुड़े एक मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अहम टिप्पणी करते हुए आईपीसी की धारा 498A और घरेलू हिंसा कानून को सबसे ज्यादा I. evthwkebigyktjfdjrbletkntbdjfptjcoburrxwlfamtkiokb